Leprosy Pension Scheme (कुष्ठ रोगी पेंशन योजना) उत्तर प्रदेश सरकार की एक मानवीय पहल है, जो उन व्यक्तियों को सहायता प्रदान करती है जो कुष्ठ रोग (leprosy) से पीड़ित हैं और कार्य करने में असमर्थ हैं। 2025 में इस योजना में कई बदलाव और सुधार किए गए हैं, जिससे यह पहले से अधिक लाभकारी और accessible हो गई है।

योजना का संक्षिप्त विवरण
| योजना का नाम | कुष्ठ रोगी पेंशन योजना (Leprosy Pension Scheme) |
|---|---|
| राज्य | उत्तर प्रदेश |
| शुरूआत वर्ष | 2013 (संशोधित: 2025) |
| लाभार्थी | गंभीर कुष्ठ रोग से ग्रस्त व्यक्ति |
| मासिक पेंशन राशि | ₹2500 प्रति माह (2025 से बढ़ाकर) |
| आवेदन प्रक्रिया | ऑनलाइन / ऑफलाइन दोनों |
| विभाग | समाज कल्याण विभाग, उत्तर प्रदेश |
योजना की पृष्ठभूमि और ज़रूरत
उत्तर प्रदेश में आज भी हजारों ऐसे नागरिक हैं जो कुष्ठ रोग से पीड़ित हैं और सामाजिक व आर्थिक रूप से बहिष्कृत जीवन जी रहे हैं। वे न तो रोज़गार कर पाते हैं, न ही नियमित आय प्राप्त कर सकते हैं।
Leprosy Pension Scheme का उद्देश्य है ऐसे व्यक्तियों को आर्थिक और सामाजिक सुरक्षा देना, ताकि वे सम्मानजनक जीवन जी सकें।
पात्रता की शर्तें (Eligibility Criteria)
1. स्वास्थ्य स्थिति
- आवेदक को सक्रिय या स्थायी रूप से विकलांगता युक्त कुष्ठ रोग होना चाहिए।
- सरकारी अस्पताल / मान्यता प्राप्त संस्थान से प्रमाण पत्र अनिवार्य है।
2. आय सीमा
- परिवार की वार्षिक आय:
- ग्रामीण क्षेत्र: ₹46,080 से कम
- शहरी क्षेत्र: ₹56,460 से कम
3. निवास प्रमाण
- आवेदक उत्तर प्रदेश का स्थायी निवासी होना चाहिए।
4. अन्य शर्तें
- लाभार्थी किसी अन्य राज्य या केंद्र सरकार की पेंशन योजना से लाभ नहीं ले रहा हो।
जरूरी दस्तावेज़ (Required Documents)
| दस्तावेज़ का नाम | उद्देश्य |
|---|---|
| आधार कार्ड | पहचान के लिए |
| राशन कार्ड / आय प्रमाण पत्र | आर्थिक स्थिति प्रमाणित करने के लिए |
| कुष्ठ रोग प्रमाण पत्र | सरकारी अस्पताल या MBBS डॉक्टर द्वारा जारी |
| बैंक पासबुक | DBT के माध्यम से भुगतान हेतु |
| निवास प्रमाण पत्र | यूपी का नागरिक होने का सबूत |
| पासपोर्ट साइज फोटो | आवेदन फॉर्म के साथ संलग्न करने हेतु |
आवेदन प्रक्रिया (How to Apply)
ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया
- [up pension portal] पर जाएं (जैसे: sspy-up.gov.in)
- Leprosy Pension Section पर क्लिक करें
- Registration फॉर्म भरें
- दस्तावेज़ अपलोड करें
- फॉर्म Submit करें और रसीद प्रिंट करें
ऑफलाइन आवेदन प्रक्रिया
- नजदीकी समाज कल्याण विभाग कार्यालय जाएं
- आवेदन फॉर्म प्राप्त करें
- दस्तावेज़ संलग्न करें
- कार्यालय में जमा करें और acknowledgment प्राप्त करें
पेंशन वितरण प्रक्रिया (Disbursement Details)
- आवेदन स्वीकृति के बाद ₹2500 की मासिक राशि DBT (Direct Benefit Transfer) के जरिए लाभार्थी के बैंक खाते में भेजी जाती है।
- भुगतान प्रत्येक माह की 10 तारीख तक ट्रांसफर कर दिया जाता है।
- यदि DBT फेल हो, तो लाभार्थी को SMS/Portal द्वारा सूचना मिलती है।
योजना में 2025 के बदलाव
| सुधार का बिंदु | नया अपडेट (2025) |
|---|---|
| पेंशन राशि | ₹2000 से बढ़ाकर ₹2500 प्रति माह |
| ट्रैकिंग सिस्टम | आवेदन की स्थिति ऑनलाइन देख सकते हैं |
| हेल्पलाइन सुविधा | 1800-180-5129 Toll-Free Support |
| शिकायत निवारण पोर्टल | Jansunwai या sspy grievance portal शुरू |
| ऑनलाइन वेरिफिकेशन | Aadhaar-based eKYC अनिवार्य |
योजना के लाभ (Key Benefits)
- कुष्ठ रोगियों को आर्थिक आत्मनिर्भरता मिलती है
- परिवार पर आर्थिक बोझ कम होता है
- सामाजिक सम्मान और आत्मविश्वास में वृद्धि होती है
- योजना सरल और सुलभ प्रक्रिया के माध्यम से सभी जिलों में उपलब्ध है
आंकड़े और रिपोर्ट (Latest Statistics)
| वर्ष | लाभार्थी की संख्या | कुल वितरित राशि (₹ करोड़) |
|---|---|---|
| 2022 | 42,350 | ₹101 |
| 2023 | 45,600 | ₹109 |
| 2024 | 49,000 | ₹122.5 |
| 2025 (Q1) | 12,700 | ₹31.75 |
स्रोत: यूपी समाज कल्याण विभाग, Q1 रिपोर्ट 2025
योजनाओं की तुलना (Comparison With Other Schemes)
| योजना का नाम | पेंशन राशि | पात्रता (बेसिक) |
|---|---|---|
| वृद्धावस्था पेंशन | ₹1000 | 60 वर्ष से अधिक आयु |
| विधवा पेंशन | ₹1000 | पति की मृत्यु हो चुकी हो |
| विकलांग पेंशन | ₹1000 | 40% या उससे अधिक विकलांगता |
| कुष्ठ रोगी पेंशन (Leprosy) | ₹2500 | एक्टिव या विकलांगता युक्त कुष्ठ रोगी |
आम गलतियाँ और अस्वीकृति के कारण
- कुष्ठ रोग प्रमाण पत्र अप्रमाणित या फर्जी होना
- बैंक खाता निष्क्रिय होना
- आय सीमा से अधिक होना
- दस्तावेज़ों का अपलोड साफ न होना
- अन्य पेंशन योजनाओं से लाभ प्राप्त करना
लोगों की कहानी (Case Studies)
मामला 1: मिर्ज़ापुर की विमला देवी
विमला देवी को 2022 में कुष्ठ रोग का पता चला। समाज कल्याण विभाग की सहायता से उन्होंने योजना में आवेदन किया और 40 दिनों के भीतर ₹2500 पेंशन प्राप्त करना शुरू किया। वह अब अपनी दवाओं और भोजन का खर्च खुद उठाती हैं।
मामला 2: कानपुर के रमेश यादव
रमेश यादव को योजना के बारे में सरकारी अस्पताल से पता चला। डॉक्युमेंट पूरे करने के बाद उन्हें मात्र 28 दिनों में पहली पेंशन किस्त मिली। वह योजना से बेहद संतुष्ट हैं।
FAQs – अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
A: नहीं, केवल सक्रिय या विकलांगता युक्त मरीज जो आय सीमा के अंदर हों।
A: हर माह की 10 तारीख के आस-पास DBT से ट्रांसफर होती है।
A: बैंक खाता चेक करें, फिर शिकायत पोर्टल या हेल्पलाइन पर संपर्क करें।
A: नहीं, उम्र की बाध्यता नहीं है, रोग की स्थिति और आय पर ज़ोर है।
निष्कर्ष
Leprosy Pension Scheme UP 2025 एक संवेदनशील और सराहनीय कदम है उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से। यह योजना केवल आर्थिक मदद नहीं देती, बल्कि सामाजिक न्याय की दिशा में भी एक बड़ा प्रयास है। यदि आपके आसपास कोई पात्र व्यक्ति है, तो इस योजना की जानकारी ज़रूर साझा करें और उन्हें आवेदन के लिए प्रेरित करें।
