
परिचय:
उत्तर प्रदेश के युवाओं के लिए एक बड़ी खुशखबरी आई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में यूपी पुलिस दूरसंचार विभाग (Telecommunication Department) में चयनित सहायक ऑपरेटरों (Assistant Operators) को अपॉइंटमेंट लेटर (Appointment Letters) सौंपे हैं। यह नियुक्तियां राज्य की लॉ एंड ऑर्डर व्यवस्था को तकनीकी रूप से सशक्त करने की दिशा में एक अहम कदम मानी जा रही हैं। आइए विस्तार से जानते हैं इस नियुक्ति प्रक्रिया, चयनित उम्मीदवारों, और इस पूरी पहल से जुड़ी तमाम जानकारी।
यूपी पुलिस दूरसंचार विभाग भर्ती 2025: मुख्य तथ्य
कितने उम्मीदवारों को नियुक्ति मिली?
- कुल 1,373 सहायक ऑपरेटरों को अपॉइंटमेंट लेटर सौंपे गए।
- ये सभी चयनित उम्मीदवार उत्तर प्रदेश पुलिस रेडियो हेडक्वार्टर के अंतर्गत नियुक्त होंगे।
नियुक्ति समारोह की प्रमुख बातें:
- स्थान: लोकभवन, लखनऊ
- मुख्य अतिथि: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
- विभागीय अधिकारी: डीजीपी प्रशांत कुमार, एडीजी दूरसंचार बी.डी. पॉलसन, पुलिस महानिरीक्षक वीके दुबे
सीएम योगी का संबोधन:
- “ड्यूटी ईमानदारी और निष्ठा से निभाएं।”
- “UP Police अब टेक्नोलॉजी से मजबूत हो रही है।”
- “कानून-व्यवस्था की नींव में संचार तंत्र की भूमिका अहम है।”
भर्ती प्रक्रिया: पारदर्शिता और मेरिट आधारित चयन
चयन की प्रक्रिया
- भर्ती प्रक्रिया उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UPSSSC) द्वारा आयोजित की गई।
- लिखित परीक्षा, शारीरिक दक्षता परीक्षा और दस्तावेज़ सत्यापन के बाद चयन हुआ।
पारदर्शिता का पालन
- संपूर्ण चयन प्रक्रिया पूरी तरह डिजिटल और ट्रांसपेरेंट रही।
- किसी भी प्रकार की सिफारिश या भ्रष्टाचार की शिकायत नहीं आई।
योग्यता मानदंड
- न्यूनतम शैक्षिक योग्यता: इंटरमीडिएट (Intermediate)
- आयु सीमा: 18–28 वर्ष
- कंप्यूटर ज्ञान की अनिवार्यता
तकनीकी सुधारों में सहायक ऑपरेटर की भूमिका
Communication Backbone:
- पुलिस विभाग के भीतर वायरलेस संचार, रेडियो सेट्स, और डिजिटल नेटवर्क को संभालना सहायक ऑपरेटर की जिम्मेदारी होगी।
Law & Order में सहयोग:
- अपराध स्थल पर त्वरित सूचना का आदान-प्रदान
- तकनीकी निगरानी के लिए CCTV और वायरलेस कनेक्टिविटी का संचालन
Emergency Response में योगदान:
- पुलिस हेल्पलाइन 112 से जोड़ने वाले नेटवर्क की निगरानी
- ऑपरेशनल सेंटर में लाइव अपडेट भेजना
मुख्यमंत्री के संबोधन से मुख्य संदेश
“UP पुलिस को अब केवल बल नहीं, तकनीक से भी ताकत मिल रही है। सहायक ऑपरेटर इस व्यवस्था की रीढ़ बनेंगे।”
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नए ऑपरेटरों को चेताया कि वे अपनी जिम्मेदारियों को गंभीरता से लें और उत्तर प्रदेश को तकनीकी रूप से सबसे उन्नत राज्य पुलिस बनाने में योगदान करें।
नियुक्त ऑपरेटरों की प्रतिक्रिया
भावुक पल:
- कई अभ्यर्थियों की आँखों में आंसू थे क्योंकि यह पहली सरकारी नौकरी थी।
- कई लड़कियों ने कहा, “अब हम परिवार का सहारा बनेंगी।”
Training & Induction:
- सभी ऑपरेटरों को विशेष तकनीकी प्रशिक्षण दिया जाएगा।
- Communication hardware, software, encryption systems पर ट्रेनिंग होगी।
यूपी पुलिस दूरसंचार: भविष्य की योजनाएं
5G & Cyber Integration:
- भविष्य में यूपी पुलिस में 5G आधारित संचार प्रणाली को लागू करने की योजना है।
AI surveillance systems:
- वायरलेस सिस्टम को AI-enabled surveillance systems से जोड़ा जाएगा।
Job Expansion:
- दूरसंचार विभाग में और भी तकनीकी पदों पर नियुक्तियों की योजना
FAQs: सहायक ऑपरेटर भर्ती 2025
प्रारंभिक वेतन ₹25,500–₹81,100 के बीच है (Pay Matrix Level-4)।
हाँ, अनुभव और परीक्षा के आधार पर टेक्निकल हेड तक प्रमोशन संभव है।
कुल सीटों में से 20% सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित थीं।
अपॉइंटमेंट लेटर मिलते ही 30 दिनों के अंदर ट्रेनिंग शुरू की जाएगी।
सहायक ऑपरेटरों को राज्य में कहीं भी पोस्ट किया जा सकता है, हर 5 वर्ष में स्थानांतरण संभव है।
निष्कर्ष:
2025 की यह नियुक्ति न केवल युवाओं के लिए रोजगार का अवसर है बल्कि यूपी पुलिस को डिजिटल रूप से सशक्त बनाने की दिशा में बड़ा कदम भी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में तकनीकी दक्षता, पारदर्शिता और सुशासन की मिसाल पेश की जा रही है। सहायक ऑपरेटरों की यह नई खेप आने वाले वर्षों में कानून-व्यवस्था को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
